आजकल हमे जितना विकास मिला है या जितना विकास कर रहे है,उतनी ही बीमारियां,रोग,कष्ट हो रहे है। हम दवाइयाँ(medicine) खा-खाकर ,डॉक्टरों के चक्कर काट -काट के थक गए है फिर भी नही ठीक हो रहे है।और कुछ diseases को तो मेडिकल साइंस और डॉक्टरों ने तो असाध्य घोषित कर दिया है, की ये रोग,बीमारिया ठीक नही हो सकती है,इनके लिए आपको जीवन भर मेडिसिन दवाइयाँ लेनी पड़ेगी।
लेकिन इन सब बीमारियों, रोगों का मूल कारण क्या है ? # आजकल की लाइफ स्टाइल(जीवन शैली) #अपनी संस्कृति (परमात्मा का नाम) को भूलने के कारण या # सिर(head) में मौजूद रुसी(dandruff) जिसे सिकरी रोग भी कहते है ।
1. आजकल की हमारी जिस तरह की जीवन शैली,खान-पान हैं वह भी कष्ट,बीमारियों के लिए जिम्मेदार हैं, अमर्यादित काम भोग वासना में लिप्त होना और अपनी संस्कृति भूलने के कारण ,प्रभु परमात्मा का नाम भूलने से हमे जीवन में समस्याये होती है।
2. " लेकिन हमने तो कहीं नही पढ़ा (study) की भगवान का नाम भूलने से कष्ट,बीमारियां होती है बीमारियां तो जीवाणु, कीटाणु व viral, fungal से होती है इस तरह science भी कहता है। ये हम जानते है और ये सत्य भी है। लेकिन ये गुरु ग्रन्थ साहिब में ,वेदों,पुराणों में वर्णित है की परमेश्वर तो भुलयै व्यापै सबै रोग ।मतलब प्रभु का नाम भूलने से बीमारी,problem होती है और हमारे बुरे कर्मो से।आज के युवा वर्ग व शिक्षित वर्ग कहते है की हमने किसी subject, college यूनिवर्सिटी में नही पढ़ा है कि God, भगवान का नाम भूलने से समस्या या बीमारिया होती है। आपने नही पढ़ा क्योकि ये जो education system है ओ सब western (पाश्चात्य जगत ) द्वारा चलाई जाती है चाहे ओ business ,marketing या scienceहो। ओ स्वयम् आत्मा परमात्मा को नही मानते हैं क्योकि उनके मन,बुद्धि विचार व science की पकड़ में परमात्मा आता ही नही है। विज्ञान के microscope ,instrumentया doctors, scientistकी खोजो,जाँच में कही और संसार world में भगवान मिला या दिखा ही नही। इसी तरह कोई कहता हैं आत्मा परमात्मा शरीर के अंदर बाहर है । इसे भी साइंटिस्ट व डॉक्टरों ने human body के अंदर बाहर जाँचा परखा फिर भी आत्मा परमात्मा नही मिलता या नही दिखता है। क्यों नही मिलता भगवान science की जाँच में क्योकि भगवान पंच तत्वों element ,परमाणु ,science की खोजों से पार का नाम है 'भगवान (God)'। "
3. सिर head में मौजूद डैन्ड्रफ एक ऐसा फ़ंगल funggle जिससे हमे आधे से अधिक शारीरिक व मानसिक रोग डिप्रेसेंन् , एलर्जी, सर्दी जुकाम, कैंसर,चर्म रोग, ट्यूमर ,कब्ज,डायबिटीज तक बीमारियां इस डैन्ड्रफ के कारण हो रही है।.
। हम सभी डैन्ड्रफ साफ़ करने के लिए सैंपू hair wash का इस्तेमाल करते है, लेकिन इसमें इतने खतरनाक केमिकल होते है, जिससे कैंसर जैसी बीमारियां होती है,इसे आप विकिपीडिया में भी सर्च करके देख सकते है, आयुर्वेदिक औषधियो से भी ये डैन्ड्रफ fungul ठीक नही होता है। और सैंपू जिससे ठीक नही होता है,इसका इस्तेमाल कर करके हम देश का लाखो करोड़ो रूपए यूँ ही बहा देता है,और कोई इलाज भी नही होता है।
आप भी देख सकते है।कैसे ठीक हुयी हैं।भगवान शिव जी ने ( शिव रस समुच्चय सार) में कहा है बिना मन्त्र के ये आयुर्वेदिक औषधिया सूखी लकड़ी के समान हैं।इसीलिए आयुर्वेदिक दवाइयाँ का प्रभाव कम व न के बराबर होता हैं। दिव्य बीज मन्त्रो का पाठ करने से सभी प्रकार के सुख, वैभव और सम्पदा मिलती है। ये पाठ आप भगवान श्री लक्ष्मी नारायण धाम से प्राप्त कर सकते है।cosmic grace.org.
1. आजकल की हमारी जिस तरह की जीवन शैली,खान-पान हैं वह भी कष्ट,बीमारियों के लिए जिम्मेदार हैं, अमर्यादित काम भोग वासना में लिप्त होना और अपनी संस्कृति भूलने के कारण ,प्रभु परमात्मा का नाम भूलने से हमे जीवन में समस्याये होती है।
2. " लेकिन हमने तो कहीं नही पढ़ा (study) की भगवान का नाम भूलने से कष्ट,बीमारियां होती है बीमारियां तो जीवाणु, कीटाणु व viral, fungal से होती है इस तरह science भी कहता है। ये हम जानते है और ये सत्य भी है। लेकिन ये गुरु ग्रन्थ साहिब में ,वेदों,पुराणों में वर्णित है की परमेश्वर तो भुलयै व्यापै सबै रोग ।मतलब प्रभु का नाम भूलने से बीमारी,problem होती है और हमारे बुरे कर्मो से।आज के युवा वर्ग व शिक्षित वर्ग कहते है की हमने किसी subject, college यूनिवर्सिटी में नही पढ़ा है कि God, भगवान का नाम भूलने से समस्या या बीमारिया होती है। आपने नही पढ़ा क्योकि ये जो education system है ओ सब western (पाश्चात्य जगत ) द्वारा चलाई जाती है चाहे ओ business ,marketing या scienceहो। ओ स्वयम् आत्मा परमात्मा को नही मानते हैं क्योकि उनके मन,बुद्धि विचार व science की पकड़ में परमात्मा आता ही नही है। विज्ञान के microscope ,instrumentया doctors, scientistकी खोजो,जाँच में कही और संसार world में भगवान मिला या दिखा ही नही। इसी तरह कोई कहता हैं आत्मा परमात्मा शरीर के अंदर बाहर है । इसे भी साइंटिस्ट व डॉक्टरों ने human body के अंदर बाहर जाँचा परखा फिर भी आत्मा परमात्मा नही मिलता या नही दिखता है। क्यों नही मिलता भगवान science की जाँच में क्योकि भगवान पंच तत्वों element ,परमाणु ,science की खोजों से पार का नाम है 'भगवान (God)'। "
3. सिर head में मौजूद डैन्ड्रफ एक ऐसा फ़ंगल funggle जिससे हमे आधे से अधिक शारीरिक व मानसिक रोग डिप्रेसेंन् , एलर्जी, सर्दी जुकाम, कैंसर,चर्म रोग, ट्यूमर ,कब्ज,डायबिटीज तक बीमारियां इस डैन्ड्रफ के कारण हो रही है।.
- इलाज़( cure) ___
आप भी देख सकते है।कैसे ठीक हुयी हैं।भगवान शिव जी ने ( शिव रस समुच्चय सार) में कहा है बिना मन्त्र के ये आयुर्वेदिक औषधिया सूखी लकड़ी के समान हैं।इसीलिए आयुर्वेदिक दवाइयाँ का प्रभाव कम व न के बराबर होता हैं। दिव्य बीज मन्त्रो का पाठ करने से सभी प्रकार के सुख, वैभव और सम्पदा मिलती है। ये पाठ आप भगवान श्री लक्ष्मी नारायण धाम से प्राप्त कर सकते है।cosmic grace.org.

Ek aum
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