"fb:pages" content="183980025505256" /> Spiritual and modern life: "आश्चर्य अमेरिकन सीनेट ने भारतीय संत को सम्मानित किया"

शुक्रवार, 6 अक्टूबर 2017

"आश्चर्य अमेरिकन सीनेट ने भारतीय संत को सम्मानित किया"

 "आज-कल हम आधुनिक जीवन की भाग दौड़ में इतने व्यस्त हो गये है की हमे स्वम् खुद को पता नही है की हमारी जीवन शैली कैसी हो गयी गलत खान -पान गलत व्यवहार के कारण और अपनी भारतीय सनातन संस्कृति को भूलने के कारण हमें कई प्रकार के रोग एवम् कष्ट समस्याये हो रही है ।
 हम विकास साइन्स नयीं-नयीं तकनीक को कैसे अपने जीवन में पाये जिससे हमारा जीवन सरल और सहज़ बने इसलिए हम जहाँ विकास है, और पाश्चात्य सभ्यता(western culture) का अंधानुसारण कर रहे है । लेकिन विकासः तो वहां है तो हम फिर किसका अनुसरण करे । 
पाश्चात्य सभ्यता कोई बुरी नही है। हम वहां की  टेक्नोलॉजी साइंस सीखे । लेकिन वहां की गलत आदते और आचरण नही सीखेंगे तो विकास नही होगा । ऐसा नही है।विकास होगा ,इन्ही गलत आदतों और अनियमित जीवन शैली के कारण हमे अनेक प्रकार के बीमारियां एवं समस्याये हो रही हैं ।जिन रोगों बीमारियो को डॉक्टरों ने कह दिया है इसका इलाज नही है जिसके लिए हमे पूरे जीवन भर दवाइयाँ एवम् मेडिसिन लेनी पड़ेगी । क्या उन रोगों और बीमारियो का इलाज प्रभु का नाम लेने से ठीक हो सकती है प्रभु नाम (दिव्या बीज मंत्रो) के जाप (chatting) करने से क्या इस 21वीं सदी के वैज्ञानिक युग में भी रोगों से मुक्ति मिलती है,क्या यह मजाक है, मेडिकल साइंस भी जिसे ठीक नही कर सकता वो बीमारियां प्रभु अल्लाह वाहे गुरु परमात्मा (दिव्या बीज मंत्रो )का नाम लेने से ठीक हो सकती है।

जी हां यह सत्यः है बिल्कुल यह तथ्यों और प्रमाणों के साथ सत्य है जिसकी जाँच स्वम् डॉक्टरों व वैज्ञानिकों ने की है।  जिसके परिणाम स्वरुप अमेरिकन सीनेटर ने भारतीय सनातन संत भगवान श्री लक्ष्मी नारायण धाम संस्थान के परम पूज्य सद्गुरु श्री ब्रम्हऋषि श्री कुमार स्वामी जी को अपने (New Jersey state senate) सीनेटर हॉउस में निमन्त्रित करके सम्मानित किया है। उन्होंने ये सम्मान अपने मेंडिकल रिपोर्ट एवं कई वर्षो की गुप्त (खुपिया) जाँच करने के बाद दिया है।और यह खबर कई न्यूज़ चैनेलों एवं समाचार पत्रों में भीें प्रकाशित और प्रसारित हो चुकी है ।
साथ ही UK की पार्लियामेंट ने सद्गुरु देवश्री कुमार स्वामी जी को ambassador for Peace award से सम्मानित किया है।ये सम्मान उन्होंने दिया है जो आत्मा परमात्मा को मानते ही नही है । लेकिन उन्होंने पाठ(जप) किया और प्रभु नाम की शक्ति को उन्होंने माना ।यह सम्मान सिर्फ एक संत का ही नही है अपितु समस्त भारतीय सनातन मर्यादा एवम् भारतीय संस्कृति का है।
इस लेख को लिखने का मतलब यह है की जिस भारतीय संस्कृति प्रभु नाम पाठ (दिव्या बीज मंत्रो )को हम भूलते जा रहे है,उसी सनातन संस्कृति का नाम जप करके लोग ठीक हो रहे है। दिव्या बीज मंत्रो से क्या लाभ होता है ,कैसे दिव्या बीज मंत्रो का जप करें और अपने जीवन में यह सब आप को भगवान श्री लक्ष्मी नारायण धाम की ऑफिसियल साईट से जानकारी मिल सकती है-http://cosmicgrace.org/contact_us.html यह  वीडियो का लिंक भगवन श्री लक्ष्मी नारायण धाम की official site से लिया गया है । https://youtu.be/Blv30oWjtC8           https://youtu.be/-cp0KawZMtw

 " बुरा इसे तुम कह लो जितना ।

ज़ी भरकर नफरत कर लो

  लेकिन कल तुम स्वम् कहोंगे सबसे


      बढ़कर मयख़ाना "

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