क्या गुड़ -गुड़ कहने से क्या पानी पानी कहने से प्यास बुझ जाती हैं गुड़ या मीठा sweet कहने से मुह मीठा हो जाता है। भोजन भोजन कहने से पेट भर जाता है या भूख शांत हो जाती हैं। न हीं पेट भरता है और न ही हमारी भूख शांत होती हैं। तो भगवान का नाम जपने से कैसे क्या कुछ हो सकता हैं। हमे तो नही पता है। और साइंस भी यहीं कहता है।की water water कहने से water का नाम लेने से प्यास thirst शांत नही होती है। और ये हम सभी जानते भी हैं। लेकिन राम-राम जपने से,ख़ुदा अल्लाह, God भगवान का नाम लेने से कैसे काम या कार्य हो सकते हैं या बीमारियां disease fully cure होती है। उसके disease के लिए तो हमे इधर उधर या डॉक्टर के पास जाना पड़ेगा । एक बार मान लेते हैं कि कार्य ,काम करने के लिए कहानी,कथा पढ़ते पढ़ते या सुनते हुए हमारी think possitive हो सकती हैं की ये करने से ऐसा होगा और काम करने की हमे प्रेरणा या शिक्षा मिल सकती हैं।
लेकिन इतनी सारी कथाएँ,या भगवान का नाम लोग लेते या सुनते है ,तो सुन सुन कर ठीक हो जाते फिर डॉक्टर्स के पास जाने की क्या जरूरत होती।
इन्ही सब विचारों, प्रशनो का जबाब आपको नीचे दिया जा रहा हैं।
" भगवान, अल्लाह ख़ुदा, God के नाम लेने या जपने का एक system व law होता है । ये साधारण सा नियम हैं जिसे सभी लोग पालन कर सकते है ,इसमें कोई महा तप या तपस्या करने जरूरत नही हैं। इस system या नियम के अनुसार राम-राम कहने या अल्लाह ख़ुदा, वाहे गुरु व God कहने जप करने से हमारी प्यास बुझती हैं ,कृपा होती है,लाभ होता है। ये भगवान(दिव्य बीज मन्त्र ),God, ख़ुदा के नाम गुरु की आज्ञा पर चलते हैं और इनको निष्कीलित unlock करना पड़ता हैं तब जाकर काम होता हैं। जैसे कार ,वाहन,ट्रेन आदि सड़क ,पटरी पर चलते है या कोई चलाने वाला होता हैं। इसी तरह ये ख़ुदा, God भगवान के नाम गुरु की आज्ञा से चलते है।अब ये गुरु कौन हैं? गुरु (श्री ब्रम्हा, विष्णु, शिवजी अल्लाह ख़ुदा God, माँ दुर्गा ,भगवान श्री गणपति ) है या जिन्होंने भगवान को जान लिया हो,दर्शन कर लिए हो।जैसे भगवान बुद्ध,महावीर,मो पैग़म्बर साहब, jeasos ,ब्रम्हऋषि आदि गुरु हैं।
इस unniverse में कई तरह की sound, waves ध्वनि व तरंगे मौजूद है । ये सभी जानते है । जिन्हें हम इन्हें instrument या science की मदद से सुन सकते है या सुनते भी हैं। जैसे mobile phone, radio आदि है।मोबाइल फ़ोन से बात करने का एक सिस्टम है जब mobile phone उन तरंगों waves,signal से कनेक्ट होता है तब जा कर हमे किसी से बात करते हैं या बात होती है। ऐसा ही रेडियो और अन्य उपकरण में होता है ।ये सभी को पता है।
इसी तरह इस ब्रम्हांड में ॐ aum की waves व sound विद्यमान है। और जब हम गुरु की आज्ञा से प्रदान किये गए भगवान के नाम या दिव्य बीज मन्त्र का उच्चारण या चैटिंग करते है तो universe में मौजूद ध्वनि तरंगों से connect हो जाती है और प्रभु तक हमारी प्रार्थना या बात पहुँचती हैं और हमारे बीमारियां दूर होती हैं। इस तरह हम या आप समझ सकते हैं कि भगवान किस तरह कृपा करते हैं हैं लेकिन प्रभु,भगवान की कृपा तभी मिलती हैं जब दिव्य बीज मंत्रो का पाठ किया जाता हैं तो देवता आदि और भगवान साक्षात् प्रगट होते हैं तब जाकर आप सभी हम लोग ठीक होते हैं या हमारें कार्य होते हैं। प्रभु के सामने आप चाहे जैसे प्रार्थना करे ओ सदा सबकी सुनते है चाहे आप के पास दिव्य बीज मन्त्र है या नही या प्रार्थना करने का नियम पता हो या नही।ओ सदा एक समान भाव से सबकी बात व प्रार्थना सुनते है। लेकिन आपको प्रभु के समक्ष प्रार्थना या पूजा-पाठ करने का पूर्ण लाभ आपको तभी मिलेगा जब आप गुरु की आज्ञा से निष्कीलित unlock दिव्य बीज मंत्रो का पाठ या जप करेगे।जिसमे कुछ सामग्री की आवश्यकता होती हैं। जिसे हर कोई ले सकता हैं या अपने घर में ही इसकी व्यवस्था कर सकते हैं । कोई बार बार लेने की जरूरत भी नही पड़ती हैं।"
Conclusion :
नाम्ना: शत गुणं स्त्रोत्रं ध्यान तस्माच्छताधिकम ।
तस्माच्छताधिको मन्त्र: कवचं तच्छताधिकम ।।
" शतनाम या सहस्त्रनाम(प्रभु का नाम) यदि सौ गुना लाभ देता है तो स्त्रोत्र(हनुमान चालीसा आदि ग्रन्थ)दस हजार गुणा, ध्यान एक लाख गुणा, मन्त्र एक करोड़ गुणा तथा गुरु द्वारा प्रदत्त निष्कीलान्( unlock) दिव्य बीज मन्त्र एक अरब गुणा लाभ देता है "
लेकिन इतनी सारी कथाएँ,या भगवान का नाम लोग लेते या सुनते है ,तो सुन सुन कर ठीक हो जाते फिर डॉक्टर्स के पास जाने की क्या जरूरत होती।
इन्ही सब विचारों, प्रशनो का जबाब आपको नीचे दिया जा रहा हैं।
" भगवान, अल्लाह ख़ुदा, God के नाम लेने या जपने का एक system व law होता है । ये साधारण सा नियम हैं जिसे सभी लोग पालन कर सकते है ,इसमें कोई महा तप या तपस्या करने जरूरत नही हैं। इस system या नियम के अनुसार राम-राम कहने या अल्लाह ख़ुदा, वाहे गुरु व God कहने जप करने से हमारी प्यास बुझती हैं ,कृपा होती है,लाभ होता है। ये भगवान(दिव्य बीज मन्त्र ),God, ख़ुदा के नाम गुरु की आज्ञा पर चलते हैं और इनको निष्कीलित unlock करना पड़ता हैं तब जाकर काम होता हैं। जैसे कार ,वाहन,ट्रेन आदि सड़क ,पटरी पर चलते है या कोई चलाने वाला होता हैं। इसी तरह ये ख़ुदा, God भगवान के नाम गुरु की आज्ञा से चलते है।अब ये गुरु कौन हैं? गुरु (श्री ब्रम्हा, विष्णु, शिवजी अल्लाह ख़ुदा God, माँ दुर्गा ,भगवान श्री गणपति ) है या जिन्होंने भगवान को जान लिया हो,दर्शन कर लिए हो।जैसे भगवान बुद्ध,महावीर,मो पैग़म्बर साहब, jeasos ,ब्रम्हऋषि आदि गुरु हैं।
इस unniverse में कई तरह की sound, waves ध्वनि व तरंगे मौजूद है । ये सभी जानते है । जिन्हें हम इन्हें instrument या science की मदद से सुन सकते है या सुनते भी हैं। जैसे mobile phone, radio आदि है।मोबाइल फ़ोन से बात करने का एक सिस्टम है जब mobile phone उन तरंगों waves,signal से कनेक्ट होता है तब जा कर हमे किसी से बात करते हैं या बात होती है। ऐसा ही रेडियो और अन्य उपकरण में होता है ।ये सभी को पता है।
इसी तरह इस ब्रम्हांड में ॐ aum की waves व sound विद्यमान है। और जब हम गुरु की आज्ञा से प्रदान किये गए भगवान के नाम या दिव्य बीज मन्त्र का उच्चारण या चैटिंग करते है तो universe में मौजूद ध्वनि तरंगों से connect हो जाती है और प्रभु तक हमारी प्रार्थना या बात पहुँचती हैं और हमारे बीमारियां दूर होती हैं। इस तरह हम या आप समझ सकते हैं कि भगवान किस तरह कृपा करते हैं हैं लेकिन प्रभु,भगवान की कृपा तभी मिलती हैं जब दिव्य बीज मंत्रो का पाठ किया जाता हैं तो देवता आदि और भगवान साक्षात् प्रगट होते हैं तब जाकर आप सभी हम लोग ठीक होते हैं या हमारें कार्य होते हैं। प्रभु के सामने आप चाहे जैसे प्रार्थना करे ओ सदा सबकी सुनते है चाहे आप के पास दिव्य बीज मन्त्र है या नही या प्रार्थना करने का नियम पता हो या नही।ओ सदा एक समान भाव से सबकी बात व प्रार्थना सुनते है। लेकिन आपको प्रभु के समक्ष प्रार्थना या पूजा-पाठ करने का पूर्ण लाभ आपको तभी मिलेगा जब आप गुरु की आज्ञा से निष्कीलित unlock दिव्य बीज मंत्रो का पाठ या जप करेगे।जिसमे कुछ सामग्री की आवश्यकता होती हैं। जिसे हर कोई ले सकता हैं या अपने घर में ही इसकी व्यवस्था कर सकते हैं । कोई बार बार लेने की जरूरत भी नही पड़ती हैं।"
Conclusion :
नाम्ना: शत गुणं स्त्रोत्रं ध्यान तस्माच्छताधिकम ।
तस्माच्छताधिको मन्त्र: कवचं तच्छताधिकम ।।
" शतनाम या सहस्त्रनाम(प्रभु का नाम) यदि सौ गुना लाभ देता है तो स्त्रोत्र(हनुमान चालीसा आदि ग्रन्थ)दस हजार गुणा, ध्यान एक लाख गुणा, मन्त्र एक करोड़ गुणा तथा गुरु द्वारा प्रदत्त निष्कीलान्( unlock) दिव्य बीज मन्त्र एक अरब गुणा लाभ देता है "

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